कोरबा | कोविड-19 महामारी ने दुनिया में लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस के प्रति जागरूक किया है। प्रतिशत में देखा जाए तो इंडिया में हेल्थ इंश्योरेंस लेने वालों की संख्या मात्र 1 प्रतिशत है, जो बहुत ही चिंताजनक है। आज के वक्त में जब इलाज बेहद खर्चीले हैं, ऐसे में हम सभी के पास स्वास्थ्य बीमा का होना जरूरी हो जाता है। हेल्थ इंश्योरेंस लेने के 4 प्रमुख कारण -
1. लाइफस्टाइल में बदलाव
लाइफस्टाइल में बदलाव, स्ट्रेस, पॉल्यूशन, गैजेट की लत आदि के कारण बीमारियों की एंट्री लगभग हर घर में हो गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में सांस संबंधी समस्याएं, मधुमेह, मोटापा और हृदय रोग जैसी बीमारियां जो पहले पुरानी पीढ़ी में प्रचलित थीं, अब युवा लोगों में भी बढ़ रही हैं। एक छोटी सी लापरवाही से आप कर्ज के बोझ लते दब सकते हैं। ऐसे में नियमित मेडिकल टेस्ट वाली हेल्थ पॉलिसी का विकल्प न केवल इन बीमारियों का जल्द पता लगाने में मदद कर सकता है बल्कि बढ़े हुए चिकित्सा खर्चों में देखभाल भी आसान बनाता है। कम से कम आपको लागत की चिंता नहीं रहती।
2. महंगे इलाज चिंता नहीं सताती
हेल्थ इंश्योरेंस होने से महंगे इलाज की चिंता नहीं सताती। मेडिकल खर्च अस्पतालों तक सीमित नहीं है। डॉक्टर की फीस, टेस्टिंग, दवाएं, कमरे का किराया आदि के खर्च लगातार बढ़ रहे हैं। यदि आप महंगे इलाज के लिए पहले से तैयार नहीं रहेंगे तो यह आपके लिए बड़ी आर्थिक क्षति का कारण बन सकता है।
3. बचत की सुरक्षा और टैक्स में छूट
अचानक पैदा हुईं स्वास्थ्य स्थितियां आपकी बचत को खत्म कर सकती हैं। एक उपयुक्त स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदकर आप अपनी बचत से छेड़छाड़ किए बिना अपने चिकित्सा खर्चों का बेहतर प्रबंधन कर सकते हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य बीमा आपको टैक्स बेनिफिट लेने में मदद करता है, जो आगे आपकी बचत को बढ़ाने में मदद करता है। सेक्शन 80डी में हेल्थ इंश्योरेंस लेकर आप टैक्स में 75 हजार रुपए तक की छूट ले सकते हैं।
4. कम उम्र में ज्यादा कवरेज
यदि आप युवा और स्वस्थ हैं तो आप कम दरों पर पॉलिसी ले सकते हैं। साथ ही, आपको अधिक विस्तृत कवरेज विकल्पों की पेशकश की जाएगी। कई पॉलिसी में प्रतीक्षा अवधि होती है। आप युवा और स्वस्थ होने पर पॉलिसी लेते हैं तो आपको व्यापक कवरेज का लाभ मिलेगा।