उच्च अधिकारियों की बैठक में कंपनी अध्यक्ष के तीखे तेवर | कहा- विद्युत आपूर्ति में गड़बड़ी पर नोडल अफसरों की...

 


रायपुर(todaynewslab.com) | ऊर्जा सचिव एवं छत्तीसगढ़ पावर कंपनीज के अध्यक्ष पी. दयानंद ने बिजली विभाग के मैदानी अमले को त्वरित गति से उपभोक्ताओं की समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्युत उत्पादन के साथ ही वितरण में कुशलता लाकर उपभोक्ताओं को निरंतर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसमें किसी लापरवाही होने पर नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

श्री दयानंद ने छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के डंगनिया स्थित मुख्यालय सेवाभवन में आयोजित बैठक में कहा कि प्रदेश में 64 लाख से अधिक उपभोक्ता हैं। निरंतर और गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति हर किसी की जरूरत बन गई है। माननीय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशाअनुरूप शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में बिना किसी व्यवधान के बिजली आपूर्ति होनी चाहिए, ताकि उनके विकास में किसी तरह की रूकावट न आए। इस बैठक में ऊर्जा विभाग के विशेष सचिव सुनील कुमार जैन सहित पावर कंपनी के प्रबंध निदेशकगण भीमसिंह कंवर (वितरण), एसके कटियार (उत्पादन) एवं आरके शुक्ला (पारेषण) विशेष रूप से उपस्थित थे।

उपभोक्ताओं के साथ विनम्र व्यवहार करें
बैठक में नए कनेक्शन, ब्रेक डाउन एवं शिकायतों की निवारण प्रणाली की समीक्षा की गई। इसमें श्री दयानंद ने कहा कि उपभोक्ताओं के फोन आने पर अधिकारियों को अच्छे लोकसेवक की तरह बर्ताव करना चाहिए। उनकी समस्या को ध्यान से सुनकर यथोचित संतोषपूर्ण उत्तर देना चाहिए एवं उनकी समस्याओं के निकारण के लिए त्वरित गति से मैदानी अमले को सक्रिय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंधी-तूफान और बारिश के कारण जो समस्याएं आईं, उनका त्वरित निदान मैदानी अमले ने बखूबी किया है। आने वाले समय में धान पकने की अवस्था में कृषि पंपों को अधिक बिजली की जरूरत पड़ेगी। त्यौहार के सीजन में भी मांग बढ़ेगी। इसके लिए विद्युत प्रणाली में एकतरफा भार न आए और वितरण प्रणाली बेहतर तरीके से काम करे, इसे सुनिश्चित किया जाए।

ऊर्जा विभाग के विशेष सचिव सुनील कुमार जैन ने कहा कि बिजली की उपलब्धता पर्याप्त है, इसे सही प्रबंधन करके उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जाए। इसके लिए नई तकनीक का प्रयोग करते हुए त्वरित गति से समाधान किया जाए। शिकायत प्रणाली को मुस्तैद किया जाए, ताकि एकसाथ शिकायतें आने पर सभी की शिकायत दर्ज करके उनका निराकरण किया जा सके।

इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक वीके साय, संदीप वर्मा, एम. जामुलकर, शिरीष शैलेट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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