रायपुर(todaynewslab.com) | छत्तीसगढ़ में नवीकरणीय ऊर्जा (रिनीवेबल एनर्जी) की दिशा में विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है, जिसके तहत छत्तीसगढ़ में 14151 मेगावाट क्षमता के सोलर और पंप स्टोरेज हाइडल प्लांट लगेंगे। इसके तहत पीएम सूर्यघर योजना, पीएम कुसुम योजना, फ्लोटिंग सोलर योजनाओं पर काम चल रहा है। इन योजनाओं की प्रदेश स्तरीय समीक्षा ऊर्जा सचिव एवं छत्तीसगढ़ पावर कंपनीज के चेयरमेन पी. दयानंद ने की।
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप पूरे देश में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से कार्य प्रारंभ किये गए हैं। जिसके अनुरूप माननीय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में इस दिशा में संभावनाओं पर ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए थे, जिसके अनुसार छत्तीसगढ़ में नवीकरणीय ऊर्जा के स्त्रोतों से वर्ष 2030 तक 14 हजार 151 मेगावाट क्षमता के संयंत्र लगाए जाने हैं। श्री दयानंद ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन योजनाओं को अमली-जामा पहनाया जाए। पॉवर कंपनी के डगनिया स्थित मुख्यालय सेवाभवन में आयोजित बैठक में ऊर्जा विभाग के विशेष सचिव सुनील कुमार जैन सहित पावर कंपनी के प्रबंध निदेशकगण भीमसिंह कंवर (वितरण), एसके कटियार (उत्पादन) एवं आरके शुक्ला (पारेषण) विशेष रूप से उपस्थित थे।
बैठक में पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से योजना की बारिकियों को बताया गया। इसमें पूरे प्रदेशभर के क्षेत्रीय कार्यालयों से आए कार्यपालक निदेशक, मुख्य अभियंता व अधीक्षण अभियंता को उनके क्षेत्र के लक्ष्य को पूरा करने तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में प्रधानमंत्री सूर्यघर एवं अन्य रूफटाफ योजना के माध्यम से 2415 मेगावाट, पीएम कुसुम योजना में 1316 मेगावाट, फ्लोटिंग सोलर से 600 मेगावाट, ओपन एक्सेस से 1890 मेगावाट और हाइड्रो एवं पंप स्टोरेज तकनीक से 7930 मेगावाट क्षमता के संयंत्र लगाए जाएंगे। इन योजनाओं से प्रदेश में एक लाख 19 हजार 371 रोजगार सृजन होंगे। पावर पाइंट प्रजेंटेशन एसई एम बिंबीसार ने दिया। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक सर्वश्री वीके साय, आरए पाठक, संदीप वर्मा, एम. जामुलकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
छह सालों में पूरा करने का लक्ष्य
वर्ष – लक्ष्य (मेगावाट)
2024-25- 1157
2025-26- 2385
2026-27- 4252
2027-28- 6321
2028-29 – 6661
2029-30- 14151