Teeja-Pora Tihar | तीजा-पोरा पर मुख्यमंत्री निवास बना महिलाओं का मायका | सपरिवार पूजा-अर्चना कर सीएम ने प्रदेश की खुशहाली की कामना की | देखिए तस्वीरें






रायपुर (Todaynewslab.com) | मुख्यमंत्री भूपेश के निवास में हर साल की तरह इस बार भी पोरा तिहार धूमधाम से मनाया गया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुए। उत्साह से भपूर महिलाओं ने अपने पैरों में आलता और हाथों में सुंदर मेहंदी लगाई। यहां उपहार स्वरूप साड़ी श्रृंगार की सामग्री मिलने की उत्सुकता देखते हीं बन रही थी।





मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास में आयोजित तीजा पोरा तिहार में सपरिवार शामिल होने पहुंचे। मुख्यमंत्री सपरिवार भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर किसानों सहित प्रदेश की खुशहाली की कामना की। 

इस खास मौके पर प्रदेश की बहनों के लिए आज मुख्यमंत्री निवास मायका बन गया था और इस तिहार में महिलाएं जमकर झूमी। इस खुशी में मुख्यमंत्री सपरिवार शामिल हुए और बहनों को तीजा का उपहार दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री तिहार में शामिल महिलाओं से मुलाकात की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों, झूला और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लेते हुए आनंद उठाया।





मुख्यमंत्री ने तीजा-पोरा त्यौहार को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में जो भी अतिथि आते हैं, महिलाओं को लेकर उनकी धारणाएं बदली है। छत्तीसगढ़ की महिलाएं जागरूक हैं और वह सक्रियता के साथ सभी गतिविधियों में भाग लेती हैं। इसलिए जब आप प्रदेश की सारी योजनाएं देखेंगे तो पाएंगे कि इन्हें महिलाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने तीजा, विश्व आदिवासी दिवस, कर्मा जयंती, छेरछेरा पुन्नी जैसे विशेष अवसरों को और आनंदित बनाने के लिए शासकीय अवकाश दिया है। इससे हम अपने त्यौहारों को और खुशहाली और उत्साह के साथ मना पा रहे हैं।  





श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने किसान न्याय योजना, श्रमिक हितैषी योजनाओं, गोधन न्याय योजना सहित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लगभग 1 लाख 75 हज़ार करोड़ सीधे प्रदेशवासियों के खाते में भेजी गई है। जिससे प्रदेश का सभी वर्ग समृद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि तीजा के अवसर पर ऐसा मानते है कि जब महिलाएं मायके जाती है तब बारिश होती है। आप देख रहे हैं कि पिछले दो-तीन दिन से अच्छी बारिश हो रही है। यह खुशी की बात है कि पिछले 5 सालों में हमारे प्रदेशवासियों को अकाल-दुकाल का सामना करना नहीं पड़ा है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि हमने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं कि महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वालों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। हमने प्रदेश में महिलाओं का मान बढ़ाया है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित किए हैं। श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार शासकीय अंग्रेजी स्कूल खोला गया है, जहां गरीब परिवार के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने का मौका मिला है। हमारा लगातार प्रयास है कि हम प्रदेशवासियों को आर्थिक रूप से संपन्न बनाएं।






त्यौहार में महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने स्वागत उद्धबोधन में कहा कि नारी शक्ति के सम्मान से ही देश महान बनेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए मजबूती के साथ काम हुआ है। प्रदेश में संचालित विभिन्न महिला केन्द्रित योजनाओं से उनके उत्थान की राह आसान हुई है। इस मौके पर सांसद फूलोदेवी नेताम तथा दिल्ली से विशेष रूप तीजा पोरा मनाने आई सुप्रिया श्रीनेत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने किया।








पारंपरिक छत्तीसगढ़िया अंदाज में सजा मुख्यमंत्री निवास

तीजा-पोरा तिहार कार्यक्रम के लिए पूरे मुख्यमंत्री निवास की पारम्परिक रूप में भव्य सजावट की गई थी। कार्यक्रम प्रांगण को तीजा-पोरा पर्व सहित छत्तीसगढ़ी ग्रामीण संस्कृति और जन-जीवन के प्रतीकों से सुसज्जित किया गया था। मुख्य द्वार को पोरा पर्व के पारंपरिक नांदिया बैला से सजाया गया था। गैलरी को रंग-बिरंगे झालरों द्वारा आकर्षक कलेवर दिया गया था। ग्रामीण संस्कृति से जुड़े नयनाभिराम चित्रों से दीवारों को सजाया गया। छत्तीसगढ़ी पारंपरिक आभूषणोें का प्रदर्शन भी यहां किया गया।

हाथों में मेहंदी और पैर में माहुर लगाकर महिलाएं हुईं उत्साहित

मुख्यमंत्री निवास में माताओं-बहनों के हाथों में मेहंदी और पैर में माहुर लगाने की व्यवस्था की गई थी। यह माना जाता है जब बेटी अपने मायके आती है तो वह कुछ इसी तरह साज श्रृंगार कर तीजा के त्यौहार में शामिल होती है। मेहंदी और माहुर लगवाने के लिए महिलाएं उत्साहित दिखीं और उनके चेहरे पर अलग ही मुस्कान खिली नजर आई जिसने माहौल को और खूबसूरत बना दिया।





प्रदेश के हर एक कोने-कोने से महिलाएं त्योहार मनाते आई थीं। बिलासपुर की शोभा चहिल, तरूणा शर्मा, शारदा कश्यप ने बताया कि हम लोग हर साल तीजा पोरा तिहार मनाने मुख्यमंत्री निवास आते हैं। यहां आकर बहुत अपनापन मिलता है। मायका जैसा प्रेम दुलार मिलने से बहुत खुशी होती है और विदाई के समय सुंदर साड़ी श्रृंगार की सामग्री और छत्तीसगढ़ी व्यंजन मिलती है।

मुख्यमंत्री निवास में तीजा-पोरा त्यौहार मनाने आई भिलाई निवासी सीमा बघेल, दुलारी वर्मा और दुर्ग निवासी सत्यवती वर्मा एवं रायपुर की आशा चौहान ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि छत्तीसगढ राज्य की मां, बहन, बेटियों के लिए तीजा का त्यौहार एक बहुत बड़ा त्योहार है। आज हम सभी बहनों ने हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मनाया।

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