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इस
पोस्ट में अमृतधारा वॉटरफाल की बात करेंगे। मनेंद्रगढ़ शहर से करीब 28 किलोमीटर और
बैकुंठपुर शहर से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर 90 फीट की ऊंचाई से गिरता अमृतधारा
वॉटरफाल स्थित है। यह नागपुर ग्राम पंचायत और नेशनल हाईवे 43 से लगा हुआ है। मनेंद्रगढ़ ब्लॉक में ही नागपुर ग्राम आता है।
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अमृतधारा जलप्रपात की खूबसूरती। |
हसदेव नदी पर स्थित इस वॉटरफाल की खूबसूरती बरसात के दिनों में देखते ही बनती है। प्राकृति सुंदरता से घिरे इस जलप्रपात से गिरते पानी की विकराल धारा आपको रोमांच से भर देगी। इसकी गर्जना आपको डराएगी भी। साल में एक बार यहां महाशिवरात्री पर अमृतधारा महोत्सव मनाया जाता है। वॉटरफॉल के पास सिमेंट के बनी हुई कुर्सियां लगाई गई हैं। आप यहां आराम से बैठकर आस-पास के सुंदर नजारे को कैमरे में कैद कर सकते हैं।
अमृतधारा वॉटरफॉल के पास प्राचीन शिव मंदिर
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प्राचीन शिव मंदिर |
वॉटरफॉल के पास ही एक शिव मंदिर है, जानकारी के अनुसार यह एक प्राचीन मंदिर है। प्रशासन द्वारा यहां पर अमृतधारा महोत्सव सेलिब्रेट किया जाता है। कोरिया के राजा रामानुज प्रताप सिंह जूदेव ने 1936 में इस त्योहार की शुरुआत की थी। तभी से यहां महाशिव पर अमृतधारा महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
अमृतधारा वॉटरफाॅल का परिवार और दोस्तों के साथ करें प्लान
अमृतधारा जलप्रपात की खूबसूरती को निहारने के लिए आप दोस्तों और परिवार के साथ यहां का प्लान कर सकते हैं। 90 फीट की ऊंचाई से गिरते जलप्रपात के पास आप पिकनिक का भी प्लान कर सकते हैं। आस पास स्थित घने जंगल इस जलप्रपात की खूबसूरती को चार चांद लगा देते हैं। सावन में यहां श्रद्धालु भागवान शिव पर जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। सावन में इस जलप्रपात की खूबसूरती अपने चरम पर होती है। पर्यटकों के लिए यहां एक पार्क भी बना हुआ है। इसमें बच्चों के लिए झूला आदि लगे हुए हैं।
अमृतधारा जलप्रपात देखने मध्यप्रदेश से भी आते हैं पर्यटक
अमृतधारा जलप्रपात की खूबसूरती को देखने के लिए पूरे प्रदेश सहित मध्य प्रदेश और झारखंड से भी पर्यटक यहां आते हैं। छत्तीसगढ़ में इस जलप्रपात की गिनती बड़े जलप्रपातों में होती है। दुर्गा महिला स्व सहायता समूह द्वारा पिकनिक मनाने आने वाले पर्यटकों के लिए बर्तन, राशन और खाना बनाने के लिए गैस की व्यवस्था की जाती है। आप घर से बिना बर्तन लाए भी यहां आकर दुर्गा समूह से सबकुछ लेकर पिकनिक एंजॉय कर सकते हैं।
अमृतधारा जलप्रापत में किन बातों का ध्यान रखें
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अमृतधारा जलप्रपात का खूबसूरत दृश्य। |
अमृतधारा वॉटरफॉल को देखने का सबसे बेस्ट टाइम बरसात का होता है। इस समय यह अपने विकराल रुप में होता है। इस दौरान इसकी गर्जना और खूबसूरती देखते ही बनती है। गिरते जलप्रपात की गर्जना की आवाज कुछ किलोमीटर दूर तक सुनाई देती है। बरसात के दिनों में यहां आएं तो सावधानी से चलें। जलप्रपात के आस-पास फिसलन बढ़ जाती है, जिससे गिरने का खतरा बना रहता है। पर्यटकों के लिए अगस्त से फरवरी तक का समय बेस्ट है। ठंड के दिनों में जलप्रपात की धारा का प्रवाह कम हो जाता है।
अमृतधारा वॉटरफॉल कैसे जाएं
सड़क, रेल मार्ग से आसानी से यहां जाया जा सकता है। राजधानी रायपुर से करीब 315 किलोमीटर, बिलासपुर से करीब 200 किलोमीटर, कोरबा से करीब 180 किलोमीटर और अंबिकापुर से करीब 105 की दूरी पर स्थित है। नागपुर रेलवे स्टेशन से करीब 10 किलोमीटर और बैकुंठपुर रेलवे स्टेशन और बैकुंठपुर बस स्टैंड से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर अमृतधारा वॉटरफॉल स्थित है। अपने निजी वाहन या किराये के वाहन से वॉटरफॉल तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। पास में रुकने के लिए रेस्टहाउस की सुविधा भी है।
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